25 June 2025 11:38 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। शाहरुख खान हत्याकांड के दो ईनामी बदमाशों को बीकानेर पुलिस की जिला विशेष टीम(डीएसटी) ने धर दबोचा है। आरोपियों की पहचान महेंद्र विश्नोई व मनरूप विश्नोई के रूप में हुई है। पुलिस महेंद्र तीन मुकदमों में वांछित था, वहीं दो मामलों में वांछित था। दोनों पर एसपी बीकानेर ने 25-25 हजार यानी कुल पचास हजार रूपए का ईनाम घोषित कर रखा था।
ये था हत्या का मामला: 3 जुलाई 2024 को मृतक शाहरुख व उसका भाई सद्दाम परिवार सहित शोभासर गए थे। यहां अरबाज पुत्र मांगे खां की शादी थी। लौटते वक्त शोभासर रोड़ कल्ला फार्म हाउस के आगे दो बिना नंबरी कैंपर गाड़ियों में सवार होकर आए बदमाशों ने शाहरुख की बोलेरो को टक्करें मारी। फिर घेराबंदी कर मारपीट की। शाहरुख को जयपुर रेफर किया गया मगर उसने जयपुर के रास्ते रतनगढ़ में ही दम तोड़ दिया। आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
आरोपी फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार आरोपी महेंद्र नशे का सौदागर है। यह विवाद भी नशा तस्करी से जुड़ा था।
-16 व 6 मुकदमें, फरारी में की तस्करी: पुलिस के अनुसार महेंद्र विश्नोई के खिलाफ एक हत्या के मुकदमें सहित कुल 16 मुकदमें दर्ज हैं। वहीं मनरूप के खिलाफ एक हत्या सहित कुल 6 मुकदमें दर्ज हैं।
महेंद्र के खिलाफ नयाशहर थाने में दस, दंतौर में एक, बीछवाल में तीन, मुक्ताप्रसाद नगर में एक मुकदमा दर्ज है। इनमें से एक हत्या, दो जानलेवा हमले, चार हथियार व अन्य मारपीट तथा एमडी की तस्करी से जुड़े मामले है। पुलिस के अनुसार आरोपी महेंद्र वर्तमान में तीन मुकदमों में वांटेड था, जिनमें एक 2025 में 200 ग्राम एमडी तस्करी का मामला बीछवाल थाने में दर्ज हैं। दूसरा 2024 में एमडी तस्करी का मुक्ताप्रसाद नगर थाने में दर्ज हैं। वहीं तीसरा हत्या का मामला था। वहीं मनरूप के खिलाफ कुल 6 मुकदमें दर्ज हैं। उसके खिलाफ चार मामले नयाशहर थाने में मारपीट व जानलेवा हमले के दर्ज हैं। एक मामला बीछवाल थाने में हत्या का दर्ज हैं। वहीं एक मामला जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में मारपीट का दर्ज हैं।
-डीएसटी ने खोज निकाले एक साल से फरार वांटेड- महेंद्र व मनरूप शाहरुख खान हत्याकांड के बाद से ही फरार थे। बीछवाल पुलिस ने लंबे समय दोनों की तलाश की मगर वह हाथ नहीं लगे। हाल ही में एसपी बीकानेर कावेंद्र सिंह सागर ने एएसपी सिटी सौरभ तिवारी व सीओ सदर आईपीएस विशाल जांगिड़ के निकट सुपरविजन तथा थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण के नेतृत्व में डीएसटी एएसआई दीपक यादव मय टीम गठित की। एएसआई दीपक यादव ने तकनीक की सहायता खोज शुरू की तो डीएसटी को आरोपियों के जयपुर में होने की सूचना मिली। सूचना पर डीएसटी जयपुर पहुंची। सुबह 5 बजे हुलिया बदल बदलकर अलग अलग स्टॉल पर काम करते हुए रेकी की। पुष्टि होने पर होटल को घेरकर दबिश दी। आरोपी कमरे के खिड़की से बाहर कूदकर भाग गए। डीएसटी ने जयपुर पुलिस की मदद से चार घंटे तक तलाश कर आरोपियों को धर दबोचा।
एएसआई दीपक यादव मय टीम में डीएसटी के सूर्य प्रकाश व जयपुर पुलिस के नवीन राणा व कांस्टेबल शिवराज शामिल थे।
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07 March 2023 09:38 AM