21 September 2021 09:57 AM
-रोशन बाफना की रिपोर्ट
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल पीबीएम ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से हर वक्त संकट में है। हाल ही में यहां एक गार्ड भी चोरी करते मिला था। घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई थी। हालांकि ठेकेदार ने अपनी कमजोरियों की वजह से मामला रफा दफा करवा दिया। इन सबके पीछे सबसे बड़ा कारण पुलिस वेरिफिकेशन है। अगर चोरी का मामला पुलिस थाने तक जाता तो आरोपी के पुलिस वेरिफिकेशन को सवाल उठते। यह सवाल ठेकेदार के लिए संकट खड़ा कर देते। दरअसल, पीबीएम में ठेकों पर लगे अधिकतर कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन ही नहीं करवाया जाता है। ठेकेदार अपनी ऊर्जा और व्यय बचाने के लिए बिना सोचे समझे और बिना वेरिफिकेशन के ही कर्मचारी नियुक्त कर लेते हैं। कर्मचारी लगाने पर दलालों को मिलने वाली अवैध दलाली भी इसका एक बड़ा कारण है।
बता दें कि पीबीएम में लगातार बाइक, चौपहिया वाहन, पेट्रोल सहित छोटी मोटी चोरियां हो रही है। इसके अतिरिक्त कई तरह के अन्य अपराध भी पीबीएम में हो रहे हैं। इन सबके बावजूद बिना पुलिस वेरिफिकेशन के कर्मचारी रख लिए जाते हैं। पीबीएम में सिक्यूरिटी गार्ड, सफाई कर्मी, कंप्यूटर ऑपरेटर, लैब टैक्नीशियन, अटेंडेंट, फार्मासिस्ट, रेडियो ग्राफर, नर्सिंग स्टाफ, सोशल वर्कर, ड्राईवर, दर्जी, धोबी व माली सहित कई तरह के कर्मचारी ठेकेदारों के मार्फत लगते हैं। ये ठेकेदार किसी कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवाते। अस्पताल में बच्चियां व महिलाएं भी इलाज के लिए भर्ती रहती है। प्रतिदिन सैकड़ों हजारों लोग इलाज को आते हैं। हाल ही में गार्ड द्वारा पकड़ी गई चोरी के बाद अन्य कर्मचारी भी संदिग्ध बन चुके हैं। पीबीएम के ठेकेदारों की यह गलती संभाग ही नहीं बल्कि राजस्थान सहित पंजाब-हरियाणा से आई बच्चियों, महिलाओं व अन्य मरीजों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। ठेकेदार कुछ पैसे अधिक कमाने के लालच में जनता की सुरक्षा से खेल रहे हैं। अगर जल्द पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूर्ण नहीं की गई, तो ख़बरमंडी न्यूज़ सभी ठेकेदारों की अलग से पोल खोलेगा क्योंकि मामला जनता की सुरक्षा से जुड़ा है।
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