26 July 2025 09:34 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। भारत में साईबर क्राइम निरंतर बढ़ रहा है। साईबर क्राइम इस हद तक बढ़ चुका है कि किसके साथ आर्थिक व्यवहार रखें और किसके साथ नहीं, ये विश्वास करना ही मुश्किल हो गया है। बीकानेर जिले की साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सेल निरंतर ठगों को दबोच रही है लेकिन इस बार साईबर की इस सेल के उस समय होश उड़ गए जब उन्हें पता चला कि पुलिस जिस ठग गैंग की तलाश कर रही है शिकायकर्ता खुद ही उस ठग गैंग का सक्रिय सदस्य है।
साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सेल ने शिकायतकर्ता हियादेसर, नोखा निवासी 26 वर्षीय धर्माराम जाट पुत्र मदनलाल जाट को गिरफ्तार कर लिया है। चार दिन पहले प्रमोद विश्नोई को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया गया था। वहीं दिनेश सहारण की तलाश जारी है।
-हुआ क्या था : हुआ ये कि हियादेसर निवासी धर्माराम जाट ने नोखा थाने में प्रमोद व दिनेश के खिलाफ साईबर ठगी का गंभीर प्रकरण दर्ज करवाया। मामले की जांच साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सेल प्रभारी सीआई रमेश कुमार सर्वटा को दी गई। रमेश कुमार ने तहकीकात की तो पता चला कि असल में परिवादी यानी शिकायतकर्ता धर्माराम व आरोपी दिनेश व प्रमोद एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। धर्माराम प्रमोद गैंग से जुड़ा हुआ है। वह कई साईबर अपराध कर चुका है। इस पर पुलिस ने पहले प्रमोद को और अब धर्माराम को गिरफ्तार कर लिया।
-गुजरात व असम में हुआ मुकदमा तो बचने के लिए रची साजिश: दरअसल, धर्माराम, दिनेश व प्रमोद ने गुजरात व असम में डिजिटल अरेस्ट व ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। इन्हीं दोनों वारदातों के बाद गुजरात व असम पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर खाते ब्लॉक कर दिए। खाते ब्लॉक होते ही धर्माराम सारी कहानी समझ गया।
अब आरोपी ने पुलिस से बचने की योजना बनाई और नोखा थाने में अपने साथी दिनेश व प्रमोद के खिलाफ भी साईबर ठगी का मुकदमा दर्ज करवा दिया।
-इस तरह करते हैं ठगी: तीनों आरोपी अलग अलग राज्यों में फ्रॉड की गई राशि को कमिशन पर लिए बैंक खातों में डलवाते हैं। इसके बाद एटीएम या चैक से राशि निकलवाकर उपयोग करते हैं। जिनसे खाते लेते हैं उन्हें दस प्रतिशत कमिशन भी देते हैं। हालांकि खाते लेते वक्त व्यापारिक लेन-देन की बात करते हैं।
-नटवरलाल भाई को किया डिजिटल अरेस्ट और ठग लिए लाखों : आरोपियों ने नंदेशरी, वडोदरा गुजरात निवासी 71 वर्षीय नटवरलाल भाई को 2024 के दिसंबर में डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की। बदमाशों ने नटवरलाल को वाट्सएप कॉल कर कहा कि मैं मुंबई पुलिस से बोल रहा हूं। 265 करोड़ के फ्रॉड में नाम आने की बात कही। कहा कि एकांत में जाकर वीडियो करो, आपको डिजिटल अरेस्ट कर पूछताछ की जाएगी। नटवरलाल ने डर के मारे कमरा बंद कर वीडियो कॉल किया। दूसरी तरफ पुलिस वर्दी में एक आदमी था। पुलिस वर्दी देखकर नटवरलाल को विश्विस हो गया कि यह पुलिस ही है। पुलिस वर्दी पहने बदमाश ने मनी लांड्रिंग का आरोप लगाते हुए धमकाया। नटवरलाल घर पर अकेला था। वह डर गया। बदमाशों ने मुकदमें से बचाने के लिए पैसों की मांग की। इस तरह बदमाशों ने नटवरलाल से 5 लाख 97 हजार रूपए हड़प लिए।
-इसी तरह सिल्चर, असम निवासी प्रोसन्नजीत तरफदार से 4 लाख 35 हजार रूपए की ठगी कर ली। बदमाशों ने यहां ठगी का दूसरा तरीका अपनाया। प्रोसन्नजीत को टेलीग्राम में कमाई का लालच देकर टास्क दिए। लाभ का लालच देकर इन्वेस्टमेंट के नाम पर रूपए ठगते गए।
-अब तीनों खाएंगे गुजरात व असम की जेल की हवा : प्रमोद, दिनेश व धर्माराम बीकानेर जेल के बाद गुजरात व असम की जेल की हवा खाएंगे। दोनों राज्यों की पुलिस जेल से ही दोनों को गिरफ्तार कर लेगी।
-पुलिस ने की अपील : पुलिस ने आमजन से सावधान रहने व लालच में ना आने की अपील की है। अपील की गई है कि अपनी निजी जानकारी फोन पर किसी को साझा ना करें। अगर कोई पुलिस बनकर भी कॉल करें तो संबंधित थाने के लैंड लाइन पर संपर्क करके पुष्टि करें या थाने जाकर पुष्टि करें।
-इस ऐतिहासिक कार्रवाई को अंजाम देने वाली रमेश सर्वटा मय टीम में सब इंस्पेक्टर विशु वर्मा, हैड कांस्टेबल खेताराम, 205, कांस्टेबल रामधन 1217 व श्रीराम 1648 शामिल थे।
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