24 January 2025 05:15 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। देशभर में हो रहे साईबर फ्रॉड के तार बीकानेर से भी जुड़े हैं। बीकानेर पुलिस ने मामले में बीकानेर के 6 युवकों को गिरफ्तार किया है। वहीं दो की तलाश जारी है। बीकानेर में सक्रिय इस गिरोह द्वारा अब तक बीकानेर के भोले भाले गरीब लोगों के 60-70 बैंक अकाउंट खोले जाने की पुष्टि हो चुकी है। इन 60-70 खातों से देशभर के लोगों के 51 करोड़ 81 लाख रुपए ठगे जा चुके हैं।
पुलिस ने मामले में बी-129 वल्लभ गार्डन निवासी 32 वर्षीय समर्थ सोनी पुत्र महेश सोनी, एफ-32 वल्लभ गार्डन, रमेश पट्टी पेड़ा के पास के निवासी 24 वर्षीय धर्मनारायण सिंह पुत्र दाऊलाल सिंह गोड राजपूत, वाई-31 सुदर्शना नगर, मोना बिल्डिंग के सामने वाली गली निवासी 25 वर्षीय रोहित सिंह सोलंकी पुत्र रणजीत सिंह सोलंकी राजपूत, एफ-32 वल्लभ गार्डन, रमेश पट्टी पेड़ा के पास के निवासी 29 वर्षीय शिवनारायण सिंह पुत्र दाऊलाल गोड राजपूत, फुलासर, बज्जू हाल जीएसएस ऑपरेटर, चेतनानंद जीएसएस, राजीवनगर निवासी 29 वर्षीय विकास विश्नोई पुत्र गोपीराम खींचड़ व धोरा बास, बज्जू, हाल किराएदार मकान नंबर 4/479 मुक्ताप्रसाद नगर निवासी 25 वर्षीय गुरूदेव विश्नोई पुत्र तेजाराम ज्याणी के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार यह पूरा गिरोह है। गिरोह में बीकानेर निवासी अभिषेक यादव व कुणाल शर्मा भी शामिल बताए जा रहे हैं। पुलिस इनकी तलाश कर रही है।
-ऐसे करते हैं ठगी: पुलिस के अनुसार ठगी करने वाले इस गैंग के तार दूर दूर तक फैले हैं। इसमें लेयर सिस्टम चलता है। पकड़े गए आरोपी नीचे की लेयर के हैं। इनका काम स्थानीय गरीब व भोले भाले लोगों को चिन्हित कर उनसे बैंक अकाउंट खुलावाना। अकाउंट होल्डर को पांच हजार रुपए देते हैं। उनकी चेक बुक व एटीएम कार्ड अपने पास ले लेते हैं। इसके बाद चेक बुक व एटीएम कार्ड सहित खाता किट बस के जरिये ऊपरी लेयर को भिजवा देते हैं। व्हाट्सएप्प के जरिये भी अकाउंट की डिटेल्स भेजी जाती है।
ऊपरी लेयर के सदस्य अजमेर, जयपुर व दिल्ली में है। उनसे ऊपर भी लेयर हो सकती है। पुलिस के अनुसार बीकानेर वाले गिरोह को हर अकाउंट के बदले 15-20 हजार रूपए कमिशन मिलता है।
-सुदर्शना नगर में था अड्डा: पुलिस के अनुसार बीकानेर के गिरोह ने सुदर्शना नगर में अपना अड्डा बना रखा था। यहां एक कमरे में सभी बैठते तथा लोगों को चिन्हित कर अकाउंट खुलवाने का काम करते। पुलिस ने इसी अड्डे से सभी लड़कों को पकड़ा है।
- देश बना शिकार, बीकानेर की बैंकों के कर्मचारी भी राडार पर : बीकानेर से खुले खातों की जांच करने पर पता चला कि केरल, महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, ओडिसा, आंध्रप्रदेश, बिहार, हरियाणा, गोवा, उत्तराखंड, झारखंड व मेघालय के लोगों से ठगे गए 51 करोड़ 81 लाख रूपए बीकानेर के इन खातों में डलवाए गए। बीकानेर की जिन बैंकों में ये खाते खुले हैं उनके कर्मचारी भी संदेह के घेरे में हैं। पुलिस जांच में बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत पाए जाने पर उन्हें भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
-इनकम टैक्स व साईबर क्राइम ब्रांच हैदराबाद के नोटिस बने वजह: बताया जा रहा है कि एक तरह पुलिस मुख्यालय ने साईबर शील्ड अभियान चला रखा है। इसी के तहत आईजी ओमप्रकाश पासवान व एसपी कावेंद्र सिंह सागर के मार्गदर्शन में साईबर सैल लगातार कार्य कर रही थी। बताया जा रहा है कि जिन खातों का दुरुपयोग हुआ, उनके खाताधारकों को जब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का नोटिस पहुंचा तो उनके होश उड़ गए। नोटिस मिलने पर पता चला कि उनके खातों में अज्ञात लोगों द्वारा लाखों करोड़ों का लेन-देन हो चुका है। उदासर के दो व्यक्तियों के पास भी इनकम टैक्स नोटिस आता था। इसके अतिरिक्त साईबर क्राइम ब्रांच हैदराबाद से भी कुछ लोगों को नोटिस मिला था। जबकि उनकी किसी तरह के फ्रॉड में कोई भूमिका नहीं थी। जब ये पीड़ित साईबर सेल तक पहुंचे तो तहकीकात और आगे बढ़ी। पता चला कि कुछ लड़के हैं जो गरीबों को पैसे का लालच देकर खाते खुलवाते हैं, बाद में इन्हीं खातों का फ्रॉड में उपयोग होता है।
इस पर एएसपी सिटी सौरभ तिवारी के निर्देशन व थानाधिकारी साईबर आरपीएस खान मोहम्मद के निकट सुपरविजन में जयनारायण व्यास कॉलोनी थानाधिकारी सुरेंद्र पचार व एएसआई साईबर सैल दीपक यादव व डीएसटी की टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अंतराज्यीय गिरोह के 6 सदस्यों को धर दबोचा।
आरोपियों के खिलाफ सदर थाने में विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच सदर थानाधिकारी दिगपाल सिंह को दी गई है। सदर थाने में दर्ज इस मुकदमें में परिवादी स्वयं थानाधिकारी जयनारायण व्यास कॉलोनी सुरेंद्र पचार हैं।
बता दें कि ठग इन खातों में जमा पैसे तुरंत ही निकाल लेते हैं। त्वरित एक्शन पर कई खातों में पैसे होल्ड भी होते हैं।
-पचार व यादव रहे टीम के हीरो : इस ऐतिहासिक एक्शन को अंजाम देने वाली टीम के हीरो जयनारायण व्यास कॉलोनी थानाधिकारी सुरेंद्र पचार व साईबर सेल एएसआई दीपक यादव रहे। टीम में एएसआई रामकरण सिंह, दिलीप सिंह, हैड कांस्टेबल कानदान, अब्दुल सत्तार, योगेन्द्र, महावीर, श्रीराम, कांस्टेबल सूर्य प्रकाश, देवेन्द्र, लखविंद्र सिंह, मुकेश, प्रभु, बाबूलाल, गोविंद, सुभाष, महेंद्र, प्रदीप, सत्यनारायण, धर्मेंद्र व डीआर राजेंद्र शामिल थे।
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