08 June 2021 06:44 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। प्रथम महिला महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित के प्रयासों से शहर की तर्ज पर बीकानेर में भी अब अंतिम संस्कार का इलेक्ट्रॉनिक विकल्प शुरू होने जा रहा है। स्वायत्त शासन विभाग ने आज इलेक्ट्रॉनिक शव दाह मशीन के लिए 75 लाख रूपए स्वीकृत कर लिए हैं। सुशीला कंवर ने अपने कार्यकाल के एक वर्ष पूर्ण होने पर इलेक्ट्रॉनिक शवदाह मशीन लगाने की घोषणा की थी। बाकायदा संकल्प पत्र में भी महापौर ने इस सपने को उल्लेखित किया था।
स्वायत्त शासन विभाग ने आज प्रदेश के कुल पांच जिलों में शवदाह मशीन हेतु बजट पास किया। जिसमें जयपुर ग्रेटर, जयपुर जयपुर हैरिटेज, जोधपुर उत्तर व दक्षिण, कोटा उत्तर, बीकानेर व अलवर शामिल है।
महापौर सुशीला कंवर बताया कि लालगढ़ स्थित आरसीपी श्मसान गृह में यह मशीन लगेगी। इस प्रोजेक्ट पर 75 लाख की मशीन के अलावा निर्माण कार्य पर भी 40 लाख का बजट व्यय होगा। महापौर ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में अंतिम संस्कार में बड़ी दिक्कतें आईं। मशीन खरीद की स्वीकृति हेतु विभाग को लिखा गया था। इस बीच तकमीना भी तैयार कर लिया गया। आज विभाग ने स्वीकृति देते हुए फंड भी दे दिया है। जल्द ही निविदा प्रक्रिया पूरी कर मशीन स्थापित की जाएगी। मशीन स्थापित करने के लिए 60/60 की जगह पर निर्माण भी करना होगा।
महापौर ने कहा कि शहर में मौजूद सार्वजनिक श्मशान गृहों में आरसीपी सबसे बड़ा श्मशान गृह है। वहीं लावारिश शवों का अंतिम संस्कार भी यहीं किया जाता है। इसके खर्चे की जिम्मेदारी निगम की होती है। निगम पहले इसके लिए प्रति शव 3500 रूपए देता था, तो हमने 5000 रूपए कर दिया। अब मशीन लगने से लावारिस शवों के अंतिम संस्कार की लागत करीब 1500 रूपए हो जाएगी। वहीं कोरोना काल जैसी परिस्थितियों में शव का अंतिम संस्कार आसान हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि महापौर के प्रयास ने बीकानेर को आधुनिकता की ओर एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि इलेक्ट्रॉनिक मशीन से शवदाह शुरू हो जाने से लकड़ियां भी बचाई जा सकेगी।
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