05 February 2021 11:43 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पीबीएम में सफाई की ठेकेदार रही कंपनी आर्मोर ने अभी तक सफाईकर्मियों की बकाया तनख्वाह का भुगतान नहीं किया है। जबकि पीबीएम अधीक्षक कंपनी को सैलरी भुगतान हेतु पाबंद कर चुके हैं। पहले गंदगी से पीबीएम को त्रस्त करने वाली यह कंपनी अब सफाई कर्मियों को त्रस्त कर रही है। आर्मोर का ठेका पूरा हो गया, लेकिन सफाईकर्मियों को सैलरी दिए बगैर ही ये कंपनी दिल्ली की ओर रुख कर गई थी। जिसके बाद पीबीएम अधीक्षक ने पिछले सोमवार को कंपनी प्रतिनिधि गौरव से बात की तो कहा कि मंगलवार को सबकी सैलरी दे दी जाएगी। मगर अधीक्षक से किया कमिटमेंट भी नहीं निभाया गया। सफाई कर्मी पैसे पैसे के मोहताज हो चुके हैं। सफाईकर्मियों ने ख़बरमंडी न्यूज़ को पीड़ा सुनाई। कहा, बाहरी कंपनी को पीबीएम में ठेका मिलना ही बड़ी समस्या है। ये कंपनियां काम पूरा होने के बाद यही करती आई हैं। अगली बार किसी बाहरी कंपनी को ठेका दिया गया तो ना वे खुद काम करेंगे और ना दूसरे सफाईकर्मियों को काम करने देंगे। सफाईकर्मियों ने चेतावनी दी है कि अगर कंपनी ने उनका भुगतान नहीं किया तो वे कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएंगे। वहीं जरूरत पड़ी तो हड़ताल पर भी जाएंगे। उल्लेखनीय है कि किसी भी ठेकेदार कंपनी द्वारा कर्मचारियों की सैलरी रोकना टेंडर के नियमों के उल्लघंन के तहत आता है। ऐसे में कंपनी ब्लैक लिस्टेड भी हो सकती है।बता दें कि 20 जनवरी 2021 को आर्मोर का सफाई ठेका पूरा हुआ। इसके बाद 21 जनवरी से नया ठेकेदार आ गया। लेकिन सफाईकर्मियों की दो माह और बीस दिन यानी कुल अस्सी दिनों की सैलरी अब तक बकाया है।
बता दें कि आर्मोर का ठेका सितंबर 2019 तक का था। बाद में नया टेंडर ना होने की वजह से तीन माह की ठेका अवधि बढ़ाई गई। फिर बीस दिनों तक यह अवधि और बढ़ाई गई। लेकिन आर्मोर ने सफाईकर्मियों की अस्सी दिवस की सैलरी ठेका पूरा होने के पंद्रह दिनों बाद भी नहीं दी है। जबकि इन सफाईकर्मियों का काम हर माह मिलने वाले पारिश्रमिक से ही चल पाता है। ऐसे में इन कर्मचारियों की सैलरी रोकना असंवेदनशील भी है। देखें वीडियो--
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