23 February 2022 04:12 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2022-23 के बजट की घोषणा कर दी है। जादूगर गहलोत के इस बजट ने लोगों के दिलों पर जादू कर दिया है। यह बजट अगर धरातल पर क्रियान्वित हो पाता है तो राजस्थान की काया पलटने में सक्षम साबित होगा।
गहलोत ने चिकित्सा क्षेत्र में बड़ी घोषणाएं की है। चिरंजीवी योजना के मिलने वाले बीमा की राशि 5 लाख प्रति परिवार से बढ़ाकर 10 लाख कर दी गई है। अगले वर्ष से इस योजना के तहत कोचलियर इम्प्लांट, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, अंग प्रत्यारोपण, ब्लड/प्लेटलेट्स/प्लाज्मा ट्रांसफ्यूजन व बोन कैंसर का इलाज भी निशुल्क हो सकेगा। अगर किसी के पास चिंरजीवी कार्ड नहीं होगा तब भी इसके तहत इलाज कर दिया जाएगा, वहीं हाथोंहाथ कार्ड भी बनवा दिया जाएगा।
राज्य के समस्त श्रेणियों के राजकीय चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध आउटडोर व इन्डोर सुविधाएं पूर्णतः निशुल्क कर दी गई है। ऐसे में अब मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी व सब सेंटर सहित समस्त सरकारी अस्पतालों में इलाज पूर्णतः निशुल्क होगा। दुर्घटनाओं के कुप्रभाव को कम करने के लिए मुख्यमंत्री चिंरजीवी दुर्घटना बीमा योजना भी लागू होगी। इसके तहत चिंरजीवी बीमा योजना में बीमित परिवार को 5 लाख का दुर्घटना बीमा भी दिया जाएगा।
गहलोत ने प्रदेश में बनने वाले 15 मेडिकल कॉलेजों हेतु 1 हजार 224 करोड़ से अधिक की लागत से 3 हजार 674 बेड क्षमता के 15 नवीन चिकित्सालयों के निर्माण का प्रस्ताव भी किया है। नर्सिंग महा विद्यालयों को लेकर भी बड़ी घोषणा की गई है। वर्तमान में प्रदेश के आठ जिलों में नर्सिंग महाविद्यालय संचालित है। सात जिलों में कार्य प्रगति पर है। आगामी वर्ष में शेष 18 जिलों में भी नर्सिंग महाविद्यालय का निर्माण शुरू करवाया जाएगा। एस एम एस कॉलेज जयपुर में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए पांच नये विभाग खोले जाएंगे। रोबोटिक सर्जरी व मोड्यूलर ऑपरेशन थियेटर की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। जयपुर के महिला चिकित्सालय, जनाना अस्पताल व राज्य कैंसर संस्थान के विकास हेतु 500 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों व चिकित्सालयों में सुविधा विस्तार हेतु 100 करोड़ का बजट दिया गया है। सीकर जिला चिकित्सालय परिसर में 100 बेड क्षमता के चिकित्सा ब्लॉक का निर्माण, बीकानेर टीबी अस्पताल, महात्मा गांधी चिकित्सालय व कमला नेहरू अस्पताल जोधपुर में संवर्द्धन कार्य करवाए जाएंगे। कोटा व बीकानेर के चिकित्सा महाविद्यालयों में पीजी छात्रावासों का निर्माण तथा जनाना अस्पताल अजमेर में गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण करवाया जाएगा। आगामी वर्ष जयपुर, जोधपुर, अजमेर व कोटा में नये मेडिकल इंस्टीट्यूट स्थापित करने का कार्य हाथ में लिया जाएगा। इसकी लागत 250 करोड़ आएगी।
बीकानेर, जयपुर सहित सभी सात मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशियलिटी तथा एंडोक्रायनोलॉजी,गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, गेस्ट्रो सर्जरी, मेडिकल ऑनकोलॉजी, ऑन्कोसर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी व कार्डियोलॉजी की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। एमडीएम जोधपुर में अत्याधुनिक कार्डिक लैब स्थापित की जाएगी। भीलवाड़ा, बाड़मेर, सीकर, डूंगरपुर, पाली, झालावाड़ एवं चुरू मेडिकल कॉलेज में आगामी वर्ष में न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी व सुपर स्पेशियलिटी की सुविधा शुरू की जाएगी।
आरयूएचएस व इसके अधीन डेंटल कॉलेज जयपुर का 100 करोड़ की लागत से पुनरुत्थान किया जाएगा। जोधपुर में नवीन डेंटल कॉलेज की स्थापना प्रस्तावित है।
राज्य में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं हेतु जिला अस्पताल, जिला उप अस्पताल, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के भवनों के निर्माण हेतु 600 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित है। एक हजार नये उप स्वास्थ्य केन्द्र खोले जाएंगे। नव गठित पंचायतों को प्राथमिकता दी जाएगी। 50 उप स्वास्थ्य केंद्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में क्रमोन्नत करते हुए कुल 100 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे। नवचौकिया डिस्पेंसरी जोधपुर को सैटेलाइट चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया जाएगा। धौरीमन्ना, चौहटन, नैनवा, बेगूं, रावतभाटा, सिकराय, महवा, बानसूर, सादुलशहर, पूगल, अंता, नगर, जायल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को उप जिला अस्पतालों में क्रमोन्नत किया जाएगा। नाथद्वारा, बहरोड़, डीडवाना, रतनगढ़, लालसोट, नवलगढ़ के उप जिला अस्पतालों को जिला अस्पतालों में क्रमोन्नत किया जाएगा। बाड़ी, हिंडौन, सिटी करौली, गंगरार, देवली में ब्लड बैंक की स्थापना की जाएगी। जोधपुर व उदयपुर में एक एक अतिरिक्त सीएमएचओ ऑफिस स्थापित किया जाएगा।
किडनी रोगियों के लिए अशोक गहलोत ने बड़ी घोषणा की है। अब दूरदराज के क्षेत्रों तक डायलिसिस की सुविधा पहुंचाई जाएगी। इसके तहत उप जिला चिकित्सालयों व 352 पंचायत समिति मुख्यालयों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध होगी। बता दें कि वर्तमान में डायलिसिस की सुविधा 34 जिला चिकित्सालयों में ही उपलब्ध है। वहीं इन केंद्रों पर दंत चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध होगी।
दूरदराज के क्षेत्रों की महिलाओं को अर्ली कैंसर डिटेक्शन की सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु पचास मोबाइल कैंसर डायग्नोस्टिक वैन शुरू की जाएगी। इसके लिए पचास करोड़ के बजट की घोषणा की गई है।
आयुर्वेदिक, योग, नैचुरोपैथी, यूनानी व होम्योपैथी जैसी आयुष सुविधा से वंचित 19 ब्लॉक पर आयुष चिकित्सालय की स्थापना का कार्य हाथ में लिया जाएगा। इन पर लगभग 20 करोड़ खर्च होंगे। तारानगर में आयुर्वेद महाविद्यालय व भरतपुर में आयुर्वेद नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे। यूनानी महाविद्यालय टोंक पर 10 करोड़ लगाकर उसका विस्तार किया जाएगा।
वहीं स्वास्थ्य से जुड़े शुद्ध के लिए युद्ध
अभियान को बढ़ावा देने के लिए 200 नये खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के पदों का सृजन किया जाएगा।
बता दें कि गहलोत ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु बड़ा बजट दिया है। अब देखना यह है कि इस बजट की धरातल पर क्या स्थिति होती है।
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