15 July 2024 06:59 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर।(स्टोरी बाय रोशन बाफना) राजस्थान की लोक कहावत है की 'पूत रा पग पालणे में ही छाना नी रेहवे'। बीकानेर में भी ऐसे पूतों यानी सपूतों की कमी नहीं है। ऐसे ही एक होनहार बेटे की वजह से अलग अलग खेलों में विश्व पटल पर छा जाने वाला बीकानेर जल्द ही बैडमिंटन में भी विश्व पटल पर नाम रोशन करेगा। बीकानेर के बेटे जागृत बिन्नाणी ने अपनी सफलता से कुछ ऐसे ही संकेत दिए हैं। जागृत ने बैडमिंटन की स्टेट लेवल चैंपियनशिप में तीसरा स्थान प्राप्त कर प्रदेशभर में बीकानेर का मान बढ़ाया है। जागृत को इस सफलता पर ब्रॉन्ज मेडल प्रदान किया गया है।
जानकारी के अनुसार जोधपुर डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा आयोजित योनेक्स सनराइज राजस्थान स्टेट रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट में जागृत ने सिंगल खेला। यह टूर्नामेंट सोमवार दोपहर को पूर्ण हुआ। इस ओपन कैटेगरी के टूर्नामेंट में दमखम दिखाकर जागृत ने अपना इरादा भी साफ कर दिया है। इस टूर्नामेंट में मेडल हासिल कर वह राजस्थान के टॉप थ्री बैडमिंटन खिलाड़ियों में शुमार हो गया है। सूत्रों के अनुसार उसे राजस्थान की टीम में भी शामिल किया गया है, हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। अगर उसे राजस्थान की टीम में जगह मिली तो वह सितंबर में नेशनल टूर्नामेंट खेलने चंडीगढ़ जाएगा। राजस्थान की टीम में 6 खिलाड़ी शामिल किए जाएंगे। जागृत सिंगल खेलता है।
डॉ अभिषेक बिन्नाणी व डॉ स्वाति बिन्नाणी के पुत्र जागृत का लक्ष्य बैडमिंटन का बादशाह बनना है। पिता अभिषेक बताते हैं कि उनके परिवार में अब तक सभी डॉक्टर ही बनते आए हैं। जागृत उनके परिवार का पहला सदस्य है जिसने फैमिली ट्रैक से हटकर लॉ की तैयारी शुरू की और जीवन के परम लक्ष्य के रूप में बैडमिंटन को चुना। 17 वर्षीय जागृत बैडमिंटन के खेल में लंबा सफर तय करने के इरादे से आगे बढ़ रहा है। फिलहाल वह 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है।
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