14 April 2022 11:25 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर।(पत्रकार रोशन बाफना की रिपोर्ट) कॉल स्पूफिंग के सहारे पूर्व कलेक्टर के नाम से बिल्डर से 6 लाख रूपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। वहीं संभागीय आयुक्त (डिविजनल कमिश्नर) नीरज के. पवन के नाम पर ठगे जाने से एक एसडीएम बाल बाल बच गए।
मामला बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर जिले का है। जहां अज्ञात ठगों ने मुकेश शाह नाम के बिल्डर से 6 लाख रूपए ठग लिए। मुकेश शाह के पीए ने श्रीगंगानगर के सदर पुलिस थाने में अज्ञात ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
सदर थानाधिकारी कुलदीप सिंह चारण के अनुसार अज्ञात ठगों ने कॉल स्पूफिंग का सहारा लेते हुए ठगी व ठगी का प्रयास किया। दरअसल, ये ठग पहले ट्रू कॉलर पर अपना नंबर किसी बड़े अधिकारी के नाम से सेव करते हैं। फिर किसी बड़े पूंजीपति या अधिकारी के नंबर पर अपने नंबर से फोन कर खुद को आईएएस अथवा आईपीएस बताकर पैसे मांगते हैं।
श्रीगंगानगर में भी ऐसा ही हुआ था। अज्ञात ठग ने पहले एसडीएम उम्मेद सिंह रतनू के नंबर पर संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन बनकर फोन किया। उनसे 6 लाख रूपए की मांग की। मगर ठग एक ग़लती कर गए। उन्होंने जब ट्रू कॉलर पर संभागीय आयुक्त नीरज के पवन का नाम सेव किया तो स्पेलिंग मिस्टेक करते हुए के. को K की जगह Ke लिख दिया। एसडीएम रतनू ने ट्रू कॉलर पर जब स्पेलिंग गलत पाई तब शक हुआ। वे संभागीय आयुक्त की आवाज भी पहचानते थे, ऐसे में उनको पता चल गया कि यह एक फर्जी कॉल है।
संभागीय आयुक्त के नाम से ठगी करने में असफल हुए ठग ने अब खुद को श्रीगंगानगर का पूर्व जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन बताते हुए कोतवाली थानाधिकारी विश्वजीत सिंह को कॉल किया। विश्वजीत सिंह से बिल्डर मुकेश शाह के नंबर मांगे। विश्वजीत सिंह ने कलेक्टर समझकर मुकेश शाह के नंबर दे दिए। ठग ने कॉल स्पूफिंग का सहारा लेते हुए खुद को कलेक्टर जाकिर हुसैन बताकर मुकेश शाह से 6 लाख रूपए मांगे। बिल्डर ने 6 लाख रूपए भी दे दिए। बाद में पता चला कि आईएएस जाकिर हुसैन ने ऐसा कोई फोन ही नहीं किया था।
थानाधिकारी कुलदीप सिंह चारण ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अज्ञात ठगों को ट्रेस आउट करने के प्रयास जारी हैं।
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