06 March 2022 12:12 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। युक्रेन में फंसे बीकानेर सहित देशभर के नागरिकों को राहत मिलना शुरू हो गई है। लेकिन अपनों के इंतजार में अब भी बड़ी संख्या में परिजन टकटकी लगाए बैठे हैं। तो वहीं युक्रेन से पोलैंड, हंगरी आदि स्थानों पर पहुंचे छात्र छात्राएं सुरक्षित तो हो गए मगर परेशान हैं। हंगरी में फंसे छात्रों का कहना है कि उनके पास वहां की करेंसी नहीं है, इस वजह भोजन आदि के प्रबंध में दिक्कत आ रही है। हालांकि भारतीय दूतावास ने आज शाम को सभी से संपर्क कर हाल चाल पूछे थे।
बीकानेर निवासी रामदेव सोनी व विवेक सोनी युक्रेन से निकलकर हंगरी पहुंच गए थे। वह अपने 6 साथियों के साथ हंगरी में बताए जा रहे हैं। हालांकि हंगरी में ऐसे सैंकड़ों युवक युवतियां आश्रय लिए हुए हैं।
बीकानेर सहित विभिन्न क्षेत्रों के इन विद्यार्थियों की घर वापसी के लिए प्रयासरत अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के कार्यकर्ता शिव कुमार व्यास के अनुसार जल्द ही ये बच्चे देश लौटेंगे। व्यास के अनुसार शनिवार को व्यास कॉलोनी निवासी रोहन नारंग पुत्र राजकुमार नारंग दिल्ली पहुंच चुका है। वह खारकीव में फंसा था, जो पोलैंड होते हुए भारत लौटा है। फिलहाल वह दिल्ली में अपनी बहन के घर रुका है। उनके पास आठ नागरिकों की लिस्ट आई थी, जो युक्रेन के खारकीव से हंगरी पहुंचे थे। तीन दिनों से वे वहीं हैं। टोकन का इंतजार कर रहे हैं। उनकी जल्द से जल्द घर वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि हंगरी में पोलैंड की बजाय काफी कम छात्र छात्राएं शरण लिए हुए हैं। बावजूद इसके हंगरी से भारतीय नागरिकों की देश वापसी की गति थोड़ी धीमी है। व्यास ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों से बात की है। आगामी एक दो दिवस में हंगरी में ठहरे नागरिकों की वापसी होगी। इनमें बीकानेर के रामदेव व विवेक सहित पंजाब, हरियाणा व उड़ीसा के निवासी भी शामिल होंगे।
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