12 June 2022 11:57 PM

	
				  
				      	 
			     
	
				  
				      	 
			     

ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। खाजूवाला विधायक व आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल से 70 लाख की फिरौती मांगने व परिजनों को जान से मारने की धमकी देने के मामले में आईजी ओमप्रकाश पासवान की टीमों ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। वहीं एक नाबालिग को निरुद्ध किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 1एस एस एम सियासर चौगान खाजूवाला हाल 13 केजेडी पंचायत समिति माधो डिग्गी खाजूवाला निवासी 26 वर्षीय राजेश उर्फ राजू विश्नोई पुत्र महेन्द्र कुमार व 8 केजेडी वार्ड नंबर 7 खाजूवाला निवासी 25 वर्षीय रफीक उर्फ राजा पुत्र वंडण खां के रूप में हुई है। विधि से संघर्षरत किशोर की उम्र 17 वर्ष बताई जा रही है। इसके अतिरिक्त मलेशिया में रह रहे 10 बीडी खाजूवाला निवासी सुनील कुमार उर्फ सेठी विश्नोई पुत्र हंसराज विश्नोई को मलेशिया से दबोचकर लाने की तैयारी है। आरोपियों से हथियार का सौदा तय करने के आरोप में संगरिया हनुमानगढ़ निवासी हरविंद्र यादव उर्फ सेरी सहित अन्य की धरपकड़ भी की जाएगी।
ये था मामला:- 7 जून शाम 6 बजे अज्ञात व्यक्ति ने इंटरनेट कॉल के जरिये उदयपुर में बाड़ेबंदी में बैठे खाजूवाला विधायक व मंत्री गोविंद राम मेघवाल से 70 लाख की फिरौती मांगी। आरोपी ने स्वयं को सोपू गैंग लॉरेंस गैंग का सदस्य बताया। मंत्री से कहा कि अगर 70 लाख रूपए नहीं दिए तो तुम्हें व तुम्हारे परिवार को जिंदा नहीं छोड़ेंगे।
मंत्री ने कहा अशोक गहलोत से: सूत्रों के मुताबिक गोविंद राम ने धमकी की बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से साझा की। इस पर बीकानेर रेंज आईजी ओमप्रकाश पासवान व एस ओ जी को जांच के निर्देश दिए गए। आईजी ओमप्रकाश ने तुरंत प्रभाव से बीकानेर व श्रीगंगानगर की टीमों का गठन किया। साईबर सैल के हैड कांस्टेबल दीपक यादव की मदद से मलेशियाई नंबर को ट्रेस कर उसके बेसिक इंडियन नंबर का पता लगा लिया गया। पता चला कि कॉल खाजूवाला निवासी सुनील कड़वासरा उर्फ सेठी ने मलेशिया से किया है। उसी ने धमकी भरा मैसेज भी भेजा है। इसके लिए कम समय में समस्त इंटरनेशनल टेलीकॉम कंपनियों से भी संपर्क कर सूचना एकत्र करनी पड़ी।
-आईजी ने डाला जेएनवीसी थाने में कैंप, बंपर टीमों को मिली जिम्मेदारी:- सूत्रों के मुताबिक इस गंभीर प्रकरण में आईजी ओमप्रकाश पासवान ने जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में ही कैंप डाला। प्रतिदिन 5-6 घंटे तक आईजी व एसपी योगेश यादव ने कैंप में समय दिया। इसके अतिरिक्त निरंतर आईजी ओमप्रकाश के निर्देशन पर एसपी श्रीगंगानगर व बीकानेर की टीमें काम करती रहीं।
टीमों ने साईबर एक्सपर्ट्स के साथ ग्राउंड पर रात दिन कार्य किया। इनमें एएसपी सिटी अमित कुमार, एएसपी ग्रामीण सुनील कुमार, आरपीएस नरेंद्र पूनिया, डीएसटी बीकानेर प्रभारी महेंद्र दत्त, सीओ खाजूवाला, साईबर टीम, जेएनवीसी, कोतवाली, नोखा, जसरासर, पांचू, छ्त्तरगढ़, खाजूवाला, श्रीडूंगरगढ़ व दंतौर थानाधिकारी मय टीमों ने कार्य किया। इन टीमों ने 100 से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों को से पूछताछ की। इनसे तकनीकी अनुसंधान भी साईबर एक्सपर्ट की मदद से किया गया।
इस ऑपरेशन में बीकानेर के अलावा हनुमानगढ़, नागौर व श्रीगंगानगर जिले की पुलिस टीमें भी शामिल रही।
-सरपंच से मारपीट के आरोप में फंसे तो कुंठा में बनाई फिरौती की योजना:- पुलिस ने मलेशिया में बैठे सुनील विश्नोई के सोशल व टेलीफोनिक संपर्कों को संदिग्ध मानते हुए पूछताछ की थी। इसी सोशल कॉन्टेक्ट लिस्ट में राजेश विश्नोई भी शामिल था। पुलिस ने राजेश विश्नोई का रिकॉर्ड निकाला तो पता चला वह सियासर चौगान खाजूवाला सरपंच खलील खां पुत्र हाजी मुराद खां पर जानलेवा हमले के प्रकरण में गिरफ्तार हो चुका है। मुकदमा नंबर 299/2021 में उसके खिलाफ चालान होने वाला है। इस मामले में महावीर प्रसाद, धर्मपाल, प्रमोद सुथार, राजेश उर्फ राजू विश्नोई, प्रेम सहारण, शेराराम व विकास आदि आरोपी थे। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने सारे राज़ उगल दिए।
पुलिस को पता चला कि राजेश ही मंत्री को धमकी देकर फिरौती मांगने के प्रकरण का मुख्य सूत्रधार है। वह विदेश जाना चाहता था लेकिन 299 नंबर मुकदमें में चालान की वजह से उसके विदेश जाने में कानूनी अड़चन आ रही थी। इसी से वह कुंठा का शिकार हो गया। फिर उसने फिरौती की योजना बनाई।
:- मलेशिया में बैठे सुनील को बताई योजना, सेरी से खरीदना तय किया हथियार:- पुलिस के अनुसार राजेश ने 70 लाख की फिरौती की योजना सुनील को बताई। फिर एक मैसेज उसके मोबाइल पर भेजा। यही मैसेज सुनील ने मंत्री को कॉल करने से पहले भेजा था। इसके बाद ऑनलाइन कॉल कर धमकी दी। सुनील ने राजेश द्वारा भेजा गया मैसेज हुबहू मंत्री को भेज दिया।
:-सेरी से हथियार खरीदना किया तय, करने वाले थे मंत्री के पुत्र पर फायरिंग!:- पुलिस पूछताछ में आरोपी राजेश ने बताया है कि उसने गुरविंदर उर्फ सेरी यादव व अन्य से पिस्तौल खरीदना तय कर लिया था। सौदेबाजी हो गई थी। बीकानेर और पूगल रोड़ पर लोकेशन फाइनल की जा रही थी। वह मंत्री गोविंद राम के पुत्र गौरव मेघवाल पर इसी लोकेशन पर मिलते। आरोपी ने यहीं पर गौरव को धमकाने का प्लान बनाया था। यहां फायरिंग की भी आशंका थी। लेकिन पहले ही आरोपी पकड़ में आ गए।
-: युवा समझते रहे सेठ मगर सेठी तो धोता है ढ़ाबे में बर्तन:- पुलिस ने रोचक खुलासा करते हुए बताया है कि मलेशिया में बैठा सुनील खाजूवाला व इस पास के दोस्तों से निरंतर संपर्क में रहता है। विदेश के आकर्षण की वजह से युवा भी उससे जुड़े रहते हैं। वह खुद को बड़ा आदमी बताता है। जबकि पुलिस को पता चला है कि वह मलेशिया के एक ढ़ाबे में बर्तन धोने का कार्य करता है। वह ढ़ाई साल पहले ट्यूरिस्ट वीज़ा पर मलेशिया गया था। पुलिस को शक है कि वह अब वहां अवैध रूप से रह रहा है। पुलिस जल्द ही उसे मलेशिया से भारत लेकर आएगी।
पुलिस ने किए गैंगस्टरों के 2500 प्रशंसक चिह्नित: जांच में सामने आया है कि फिरौती, मर्डर, लूट, डकैती जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त युवा गैंगस्टरों से प्रभावित होते हैं। इसी वजह से वह कम समय में बहुत सारा पैसा कमाकर मौज उड़ाना व भाईगिरी दिखाना चाहते हैं। पुलिस ऐसे 25 युवकों को चिह्नित किया है जो इन गैंग्स्टरों के फोटो, उनके साथ फोटो अथवा हथियार मय फोटो सोशल मीडिया पर डालते हैं। इनमें वो युवा भी है जो गैंगस्टरों के ग्रुपों से जुड़े हैं। पुलिस इन सबके खिलाफ कार्रवाई करने वाली है।
ये थी कार्रवाई करने वाली टीम:- आरपीएस नरेंद्र पूनिया, आरपीएस पवन भदौरिया, डीएसटी प्रभारी महेंद्र दत्त, पुलिस निरीक्षक महावीर विश्नोई, पुलिस निरीक्षक अरविंद शेखावत, पुलिस निरीक्षक ईश्वरप्रसाद जांगिड़, उनि जयकुमार, उनि नवनीत सिंह, उनि देवीलाल, हैड कांस्टेबल साईबर सैल दीपक यादव, हैड कांस्टेबल विमलेश कुमार, हैड कांस्टेबल विजय सिंह, हैड कांस्टेबल रोहिताश भारी, कांस्टेबल सुनील, सूर्य प्रकाश, रघुवीर दान, सतीश कुमार, रामेश्वर, राकेश, वासुदेव व श्रीराम शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि मामला इंटरनेशनल कॉल से जुड़ा था। इसके बावजूद साईबर सैल बीकानेर ने कम समय में ही आरोपी ट्रेस करवा दिए।
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