13 May 2020 10:05 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। 12 मई की शाम थानेदार और कांस्टेबल के बीच हुई जानलेवा मारपीट का मामला अंदर ही अंदर दबाया जाने की ख़बर है। बीकानेर रेलवे जंक्शन के जीआरपी पुलिस थाने के थानाधिकारी कैलाश राजपुरोहित व कांस्टेबल राकेश मीणा में यह विवाद हुआ था। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक वारदात में थानेदार ने कांस्टेबल का सर फोड़ दिया। उसके आठ-दस टांके आए बताते हैं। वहीं थानेदार के भी चोटें आई बताते हैं। सूत्रों का कहना है कि शाम की घटना से पहले सुबह भी इन दोनों में विवाद हुआ था। शाम की घटना की सूचना पर कोटगेट थानाधिकारी धरम पूनिया मौके पर पहुंचे। इसी दौरान जीआरपी के डीवाईएसपी भी पहुंचे। बताया जा रहा है कि पूनिया ने शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने का इरादा स्पष्ट कर दिया। इसी बीच समझौते की बात भी चली। अभी तक दोनों पक्षों में से किसी ने मुकदमा दर्ज नहीं करवाया है। लेकिन सवाल देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था का है। अगर पुलिस विभाग के अंदर ही ऐसे जानलेवा मारपीट होने लगी तो सुरक्षा का हश्र क्या होगा। चौंकाने वाली बात यह है कि इस घोर आपराधिक अनुशासनहीनता के मामले में समझौता करवा दिया गया। लेकिन यह समझौता भविष्य में दूसरे पुलिसकर्मियों को भी इसी दुस्साहस करने के लिए स्वतंत्र कर देगा। ऐसे में उच्चाधिकारियों को मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई करनी चाहिए।
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