07 December 2020 10:17 PM

	
				  
				      	 
			     
	
				  
				      	 
			     
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। इंजीनियरिंग की ऑफलाइन परीक्षाओं का विरोध अब मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है। मामला तकनीकी महाविद्यालय से जुड़ा है। दरअसल, तकनीकी महाविद्यालय ने सभी डिपार्टमेंट्स की तीसरे वर्ष की परीक्षाएं ऑफलाइन करवाने की घोषणा कर दी। तीन दिन पूर्व अचानक हुई इस घोषणा ने बीकानेर सहित देश के कोने कोने में बैठे विद्यार्थियों को चिंता में डाल दिया है। जानकारी के अनुसार महाविद्यालय द्वारा प्रैक्टिकल एग्जाम तो 9 से 11 दिसंबर तक ऑनलाइन करवाये जा रहे हैं, लेकिन बाकी सारे एग्जाम 17 दिसंबर से 1 जनवरी तक ऑफलाइन करवाए जाएंगे। विद्यार्थियों का कहना है कि कोविड काल में जब विद्यार्थी अपने अपने घरों को गए हुए हैं, तब अचानक परीक्षाएं देने पहुंचना कैसे संभव होगा। वहीं कोरोना का खतरा भी विद्यार्थियों को सता रहा है। इनमें से बहुत सारे विद्यार्थी कोरोना का दंश झेल चुके हैं, ऐसे में सभी भयाक्रांत हैं।
महाविद्यालय के ऑफलाइन परीक्षा करवाने के निर्णय ने विद्यार्थियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि इस महाविद्यालय के प्रदेश भर में कुल 46 कॉलेज हैं। जिनमें से बीकानेर के कॉलेज में अलग अलग डिपार्टमेंट्स के मिलाकर करीब दो सौ विद्यार्थी है। इनमें से अधिकतर बीकानेर से बाहर बिहार, यूपी आदि राज्यों से है। दूसरी तरफ अभी तक आवागमन के साधन पूरी तरह से सुचारू नहीं हो पाए हैं। ऐसे में इतनी दूर दराज से विद्यार्थी परीक्षा स्थल कैसे पहुंचेंगे। वहीं प्रैक्टिकल एग्जाम व ऑफलाइन एग्जाम के बीच समय भी कम रहेगा। विद्यार्थियों का कहना है कि एग्जाम ऑफलाइन की बजाय ऑनलाइन करवाए जाएं।
इससे कोरोना संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा और दूर दराज राज्यों में बैठे परीक्षार्थीयों को राहत मिलेगी। बता दें कि कोविड काल के दौरान पढ़ाई ऑनलाइन हुई है, ऐसे में अब एग्जाम के लिए ऑफलाइन फॉर्मेट चुनना खतरनाक माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने राइट टू सीएम के माध्यम से शिकायत मेल की है। मगर हाल ही में शुरू की इस सीएम हेल्पलाइन की तरफ से कोई जवाब तक नहीं आया। वहीं वाइस चांसलर व एग्जाम कंट्रोलर को भी लिखित शिकायत पहुंचाई गई है। अब देखना यह है कि सैकड़ों स्टूडेंट्स की मांग को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन एग्जाम का निर्णय लिया जाता है या परीक्षार्थियों को डर और परेशानियों से जूझते हुए ही एग्जाम देना पड़ता है।
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