25 January 2021 05:03 PM

ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। रूफटॉप सोलर सिस्टम पर केंद्र सरकार के नये नियमों से व्यापारियों व आमजन में बड़ा संशय (कन्फ्यूजन) पैदा हो गया है। हालात यह है कि एक अप्रेल से लागू होने वाले गजट को अभी से लागू माना जाने लगा है। ऐसे में गजट के लागू होने से जो नुकसान एक अप्रेल से होने वाले कनेक्शनों पर होगा, उस नुकसान को 31 मार्च तक के कनेक्शनों से जोड़ा जाने लगा है। लेकिन वास्तविकता यह नहीं है। दरअसल, केंद्र सरकार ने हाल ही में एक नोटिफिकेशन जारी कर दस किलोवाट से अधिक के रूफटॉप सोलर सिस्टम के लिए नेट मीटरिंग बंद कर दी है। नये नियम के अनुसार अब नेट मीटरिंग 31 मार्च 2021 तक होने वाले कनेक्शन पर ही लागू रहेगी। 1 अप्रेल से ग्रोस मीटरिंग लागू हो जाएगी। ऐसे में अगर नेट मीटरिंग का फायदा उठाना हो तो 31 मार्च से पहले पहले सोलर सिस्टम लगवा लेना चाहिए। अगर 31 मार्च से पहले पहले सोलर सिस्टम लगवाया गया तो जीवनभर नेट मीटरिंग के तहत मिलने वाले फायदे उठाए जा सकेंगे।
बता दें कि नेट मीटरिंग के तहत उपभोक्ता को उपभोग के अतिरिक्त बची हुई बिजली को भी उसी रेट पर समायोजित किया जाता है जिस रेट पर उपभोग की गई बिजली पर समायोजन होता है। लेकिन 1 अप्रेल से जैसे ही ग्रोस मीटरिंग का नियम लागू हो जाएगा, ये फायदा नहीं मिल पाएगा।
हालांकि केंद्र सरकार के इस नये नोटिफिकेशन का विरोध शुरू हो चुका है। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा यह नया नियम रद्द नहीं किया जाता है तो ऐसी स्थिति में फायदा उठाने का एकमात्र तरीका यही है कि 31 मार्च से पहले अपना कनेक्शन नेट मीटरिंग से जुड़वाएं। नियमानुसार 31 मार्च 2021 से पहले नेट मीटरिंग से जुड़ने वाले बिजली कनेक्शन पर नेट मीटरिंग का फायदा हमेशा मिलता रहेगा।
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