06 August 2024 08:01 PM

	
				  
				      	 
			     
	
				  
				      	 
			     
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। अब ऐसे लगता है जैसे बीकानेर में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों का काम महज साफ सफाई का ही रह गया है। साफ सफाई उन खाद्य उत्पादों की जो सड़-गल कर खराब व खतरनाक हो चुके हैं। बीकानेर के खाद्य पदार्थ निर्माताओं व विक्रेताओं के पास लगातार फफूंद लगे व खराब हुए खाद्य पदार्थ मिल रहे हैं। यह इन विक्रेताओं की घोर लापरवाही को दर्शाता है। हालात यह है कि इन खराब हुए खाद्य उत्पादों को ठिकाने लगाने का काम खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को करना पड़ रहा है।
मंगलवार को लगातार दूसरे दिन सरकारी तंत्र का समय और श्रम इसी काम में खराब हुआ। सोमवार को 1400 किलो फफूंद लगे अवधिपार मावे को सन्नो कोल्ड स्टोर से जब्त कर नष्ट करवाया गया था। वहीं मंगलवार को लूणकरणसर की शिव दूध डेयरी में भी ऐसे ही हालात मिले।
सीएमएचओ डॉ राजेश गुप्ता के अनुसार लूणकरणसर के भादला ग्राम की शिव दूध डेयरी पर दबिश दी गई थी। यहां निरीक्षण में 16 पीपे खराब हुआ घी मिला। इसमें कुल 240 किलो खराब घी था। बताया जा रहा है कि पीपों पर जंग लगी होने से घी के पुराने व खराब होने की आशंका हुई। घी को सूंघकर देखा तो उससे बदबू आ रही थी। घी काफी पुराना है, लेकिन दिनांक आदि अंकित ना होने की वजह से कितना पुराना है, यह पता नहीं चला। खराब घी को तुरंत कास्टिक सोडा डलवाकर नष्ट करवाया गया।
यहां से घी, दूध, तेल, रसगुल्ला, क्रीम व मिक्स मसाले के कुल 6 नमूने लिए गए। फूड इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रजापत ने बताया कि शिव दूध डेयरी में 15 किलो पीपा पैकिंग वाले रसगुल्ले बनाए जाते हैं। क्रीम निकालकर घी बनाया जाता है। यह सारा काम बिना मार्के के किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि कार्रवाई चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशों की पालना व कलेक्टर नम्रता वृष्णि की कार्ययोजना के अनुसार सीएमएचओ डॉ राजेश गुप्ता के सुपरविजन में फूड इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रजापत व फूड इंस्पेक्टर राकेश गोदारा मय टीम द्वारा की गई।
RELATED ARTICLES
 
        				16 December 2020 10:14 PM
 
           
 
          