24 November 2020 01:53 PM

ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर में जाने कब स्वच्छ भारत का सपना साकार होगा। गली-चौबारे और आम सड़कें तो दूर नगर निगम को मंदिर का भी लिहाज नहीं। शहरी परकोटे में आने वाले लालाणी व्यास चौक की भैरूं चौकी से सटा कचरे का ढ़ेर हर रोज भारतीय संस्कृति को प्रेम करने वालों को चोट पहुंचाता है। जिस शहर में भगवान की एक फोटो को कचरे में फेंकने की सोचना बुराई माना जाता है, उसी शहर की यह दुर्दशा नगर निगम से लेकर मंत्री-नेताओं की जिम्मेदारी पर सवाल खड़ा करता है। नहा-धोकर भैरूं भक्त जहां माथा टेकते हैं, उसी मंदिर से सटा कचरे का ढ़ेर नगर निगम की शर्मनाक तस्वीर पेश करता है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार नगर निगम को इस समस्या से कई बार अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन निगम के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। स्थानियों निवासियों द्वारा कचरा फेंकने का स्थान परिवर्तित करने की मांग की जा रही है। इसके लिए मंदिर क्षेत्र में साफ सफाई कर कचरा प्रतिबंधित क्षेत्र का बोर्ड लगाया जा सकती है। वहीं इसी क्षेत्र में कहीं दूसरे स्थान पर कचरा पात्र की व्यवस्था की जा सकती है। हालांकि मंदिर के पास कचरा ना फेंकने की जिम्मेदारी आमजन की भी है। ऐसे में हमारी संस्कृति के स्तंभ मंदिरों का अपमान और नहीं होना चाहिए।

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