14 March 2022 11:20 AM

ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। दिल और खून के रिश्तों से बड़े इंसानियत के रिश्ते होते हैं। बीकानेर का असहाय सेवा संस्थान अपने कार्यों से आए दिन इस बात को चरितार्थ कर रहा है। रविवार को भी एक ऐसी ही घटना घटी जिसने जाति धर्म, छुआ छूत से ऊपर इंसानियत को स्थापित कर दिया।
मामला जयनारायण व्यास कॉलोनी थाना क्षेत्र का है। दरअसल, रविवार को थाना क्षेत्र के एक प्राइवेट हॉस्टल के कमरे से बदबू आने लगी। पुलिस को सूचना दी गई। सब इंस्पेक्टर मनोज यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अंदर सड़ांध मारता शव मिला। पुराना होने से शव सड़-गल गया था। मृतक की पहचान 75 वर्षीय जगदीश चंद्र पुत्र मालचंद के रूप में हुई। हॉस्टल मालिक ने पुलिस को बताया कि मृतक का उसके पास आना जाना था। उसके परिजन बीकानेर में ही है मगर उनसे बनती नहीं है। इसलिए वह अधिकतर सालासर ही रहता था। 10 मार्च को वह रात भर रुकने के लिए आया था। कहा सुबह सालासर जाना है। हॉस्टल मालिक ने कमरा दे दिया। शव की स्थिति से पता चला कि वह सोया होगा और नींद में ही मौत हो गई।
पुलिस ने मृतक के पुत्र को सूचना दी, वह भी मौके पर आया। मगर शव को उठाकर मोर्चरी ले जाने वाला कोई नहीं था। असहाय सेवा संस्थान के राजकुमार खड़गावत को सूचना दी गई। संस्थान के सेवादार मौके पर पहुंचे। शव को उठाकर मोर्चरी में शिफ्ट करवाया। शव इतना अधिक बदबू मार रहा था कि बदबू को कम करने के लिए फिनायल की तीन बोतलें व परफ्यूम की दो बोतलें खाली करनी पड़ी। इस कार्य में संस्थान के राजकुमार खड़गावत, ताहिर हुसैन, त्रिलोक सिंह, रामा, गोविंद चौधरी की भूमिका रही।
शव का पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार करना भी बड़ा चैलेंज बन गया। मगर इस मानवीय जिम्मेदारी को उठाने के लिए असहाय सेवा संस्थान आगे आया। पुलिस ने इस कार्य में संस्थान की मदद की। सब इंस्पेक्टर मनोज यादव, रामनिवास आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही। मनोज यादव ने असहाय सेवा संस्थान के कार्यों की सराहना की है।
RELATED ARTICLES
04 November 2025 03:42 PM
26 August 2021 03:23 PM
