11 October 2021 03:10 PM

	
				  
				      	 
			     
	
				  
				      	 
			     
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। 28 अगस्त को भैरूं मंदिर के आगे मिली लावारिस नवजात बच्ची के मामले में सदर पुलिस ने पूरा सच उजागर कर दिया है। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं अन्य तीन को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। थानाधिकारी सत्यनारायण गोदारा के अनुसार नवजात को लावारिस फेंकने के इस मामले में बच्ची के माता पिता सहित चार लोगों के खिलाफ चालान किया जाएगा। 
दरअसल, 28 अगस्त की शाम चार बजे पीबीएम के सामने स्थित भैरूं मंदिर के पास एक नवजात बच्ची रोती हुई मिली थी। सूचना पर मारवाड़ सेवा संस्थान के हरिसिंह राजपुरोहित व रमेश व्यास ने बच्ची को पीबीएम में भर्ती करवाया। राजपुरोहित के परिवाद पर सदर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। जांच एएसआई रामफूल मीणा को दी गई। 
जांच में सामने आया कि 28 अगस्त 2021 को जसरासर निवासी युवती को उसके माता पिता रानी बाज़ार स्थित परिवार सेवा समिति में गर्भपात करवाने लाए थे। तभी युवती को प्रसव पीड़ा हुई और बच्ची पैदा हो गई। युवती के माता पिता ने बच्ची को स्वीकार करने से इंकार कर दिया। समिति ने बच्ची को पीबीएम में भर्ती करवाने को कहा। समिति ने कहा कि वे नियमानुसार गर्भपात के लिए अधिकृत है, प्रसव के लिए नहीं, इसलिए नवजात को पीबीएम ले जाना होगा। नवजात बच्ची को एंबुलेंस में पीबीएम के लिए रवाना कर दिया गया। 
परिजनों को किसी ने बताया कि धोबी तलाई गली नंबर 5 निवासी मेव नईम अहमद पुत्र नसीम अहमद के बच्ची नहीं है, उसे बच्ची लेनी है। नईम से मिले तो उसने भी बच्ची लेने से मना कर दिया तथा अजमल का नाम लिया। सर्वोदय बस्ती सलावतों की मस्जिद निवासी अजमल हुसैन पुत्र राजू खां के भी बच्ची नहीं थी। अजमल ने बच्ची को स्वीकार कर लिया। लेकिन घर गया तो परिवार ने बच्ची लेने से इन्कार कर दिया। इस पर पीबीएम के पालना गृह में बच्ची को छोड़ना तय हुआ लेकिन अजमल ने घबराकर बच्ची को भैरूं मंदिर के पास लावारिस फेंक दिया। 
सत्यनारायण गोदारा के अनुसार बच्ची की मां अविवाहित थी। उसकी सगाई हो रखी थी। जिससे सगाई हुई उसी से उसको यह अवैध संतान हुई। मामले में नवजात बच्ची के माता-पिता, अजमल व नईम चारों को दोषी माना गया है। मुख्य आरोपी अजमल को माना गया है।
उल्लेखनीय है कि भ्रूण हत्या व नवजात को फेंकने के मामलों में केवल मुकदमें ही दर्ज होते आए हैं। ज्ञात आंकड़ों के अनुसार यह पहली बार है जब सभी दोषियों पर कार्रवाई हुई है। 
बता दें कि नवजात बच्ची अभी भी पीबीएम में भर्ती है।
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