20 May 2024 10:11 PM

	
				  
				      	 
			     
	
				  
				      	 
			     

ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीछवाल जेल से फरार सोढ़ा गैंग के सरगना भलूरी, बज्जू, बीकानेर निवासी 27 वर्षीय श्रवण सिंह सोढ़ा पुत्र लक्ष्मण सिंह को बीकानेर पुलिस ने हथियारों के जखीरे के साथ धर दबोचा है। उसके साथ उसका एक साथी बेलवा राणाजी, बालेसर, जोधपुर निवासी 25 वर्षीय सवाई सिंह इन्दा पुत्र भोमसिंह को भी पकड़ लिया गया है। आरोपियों के पास से 11 अवैध पिस्टल, 20 मैग्जीन व 40 कारतूस मिले हैं।

ये था मामला: श्रवण सिंह 2023 में नयाशहर थाने में दर्ज एक मुकदमें में बीछवाल जेल में बंद था। वह 23 अप्रेल को 15 दिन की अंतरित जमानत लेकर आया, उसे 7 मई 2024 को वापिस जेल में हाजिरी देनी थी, लेकिन वह नहीं लौटा।
एसपी तेजस्वनी गौतम ने श्रवण के पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए मामले को गंभीरता से लिया व बीकानेर को श्रवण सिंह को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए।
-मुखबिर से मिली पुख्ता सूचना और पुलिस ने धर दबोचा: पुलिस को मुखबिर से आ-सूचना मिली कि श्रवण सिंह बड़ी संख्या में हथियार लाया है। वह बीकानेर व आसपास के जिलों में बड़ी वारदात करने की फिराक में है। उसने अपनी गैंग के लड़कों को भी हथियार दिए हैं। उक्त सूचना को परिपक्व कर कार्रवाई करने के लिए साइबर सैल व नोखा पुलिस को निर्देश दिए गए।
एएसपी ग्रामीण प्यारेलाल शिवराण के निकटतम सुपरविजन में नोखा थानाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस आदित्य काकड़े, सीओ नोखा हिमांशु शर्मा व एएसआई दीपक यादव साईबर सैल को आरोपी के पांचू पुलिया के पास होने की सूचना मिली। पुलिस ने पांचू पुलिया के पास धमक दी, पुलिस को देख आरोपी भागने लगे। पुलिस ने श्रवण सिंह व उसके साथी को हथियारों सहित धर दबोचा।
-24 मुकदमें, चार राज्य - श्रवण सिंह के खिलाफ हत्या, लूट, फिरौती, फायरिंग, आर्म्स व चोरी आदि के 24 मुकदमें हैं। आरोपी के खिलाफ ये मुकदमें राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश व गुजरात में दर्ज है। बीकानेर के नयाशहर में 6, कोटगेट में 5 तथा सदर, बीछवाल व नोखा थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज है। वहीं जोधपुर में 2, जैसलमेर में 2, चुरू में 1, मध्यप्रदेश में 2 व गुजरात-हरियाणा में एक एक मुकदमा दर्ज है। पुलिस के मुताबिक आरोपी पर नोखा थाने में हत्या का मुकदमा भी है। 2017 में नोखा थाना क्षेत्र में हुई हरियाणा के युवक की हत्या में आरोपी का नाम है। वहीं मध्यप्रदेश व हरियाणा में फिरौती तथा फायरिंग के मामले हैं। वह हिस्ट्री शीटर है।
-दहशत, गैंग वृद्धि व खतरनाक अपराध की योजना: आरोपी श्रवण सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि वह नये नये लड़कों को सोढ़ा गैंग में जोड़कर गैंग को मजबूत बनाने में लगा हुआ है। उसने काफी लड़कों को गैंग में जोड़ा बताते हैं। फिलहाल उसकी गैंग बीकानेर, जोधपुर, गंगानगर व चुरू में फैली हुई है। इस गैंग में 20-25 सदस्य बताए जा रहे हैं।
वह गैंग मजबूत कर विरोधी गैंग्स के सदस्यों व सरगनाओं की हत्या करने व अवैध शराब व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहा था। वह गैंग के लड़कों को हथियार मुहैया करवा रहा था। इसके अतिरिक्त अपनी दहशत फैलाने के लिए सोशल में पर हथियारों के जखीरे के साथ अलग अलग पोज़ में फोटो भी अपलोड करता रहा।
-फरारी पर था तब हथियार मंगवाए, जोधपुर जाने से पहले धरा गया:- आरोपी फरार होने के बाद जोधपुर, जालोर, बाड़मेर व मध्यप्रदेश गया। मध्यप्रदेश से हथियार मंगवाए। अभी बीकानेर आया। बीकानेर से नोखा होते हुए जोधपुर जाने की तैयारी थी। नोखा में कुछ लड़कों से पैसे के लेन-देन के लिए मिलने की योजना थी। वह लड़के तो नहीं आए लेकिन श्रवण सिंह को तलाशती पुलिस उसके पास पहुंच गई।
-सवाई का पहला मुकदमा: श्रवण सिंह के साथ पकड़ा गया सवाई सिंह पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा है। उस पर एक ही मुकदमा हुआ है। वह दो साल से श्रवण सिंह से जुड़ा है। उसके साथ रह रहा था।
-ये थी टीम: श्रवण सिंह को दो टीमों ने मिलकर पकड़ा। जिसमें एएसआई दीपक यादव व टीम की विशेष भूमिका थी। कार्रवाई करने वाली एएसआई दीपक यादव मय टीम में एएसआई दलीपसिंह, हैड कांस्टेबल सवाई सिंह, हैड कांस्टेबल राजूराम, कांस्टेबल श्रीराम, कांस्टेबल सूर्य प्रकाश व कांस्टेबल देवेंद्र शामिल थे। वहीं नोखा थानाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस आदित्य काकड़े मय टीम में एएसआई राजूराम, हैड कांस्टेबल रामेश्वर लाल, कांस्टेबल मूलाराम, कांस्टेबल दिनेश, कांस्टेबल विजेंद्र व कांस्टेबल कांस्टेबल गणेश शामिल थे।
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